शाम से आंख में कुछ नमी सी है आज फिर आपकी कुछ कमी सी है “”श्यामा फिर आज इस गजल को सुन रही है और खिड़की से आते जाते लोगों को देख रही है शायद देखना तो कुछ और चाहती है उसकी आंखे पर इनकी तलाश आज भी खत्म नहीं हो रही है । जिस […]
पुरुष के भी थोड़े से आंसू बहने जरूरी है
अक्सर रोने की सामान्य प्रक्रिया को लोगों ने स्त्रीत्व की निशानी बना दिया है और अक्सर एक डायलॉग हमें सुनाई देता है क्या औरतों की तरह रोता है पुरुष व्यक्तित्व के साथ यहीं से खिलवाड़ शुरू हो जाता जब बचपन में उससे रोने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार छीन लिया जाता है […]
राजस्थान में दलितों में आज भी जिंदा है शर्मनाक डायन प्रथा
राजस्थान में नवंबर माह में बूंदी जिले में एक 50 वर्षीय महिला की पेट दर्द की बीमारी का इलाज झाड़ फूंक जादू टोना करने वाले ढोंगी व्यक्ति से करवाने और फिर इलाज के नाम पर महिला के मुंह पर कालिख लगा कर, पेड़ से बांधना और उसे डायन बता कर बेरहमी से पीटने और दागने […]
महिलाओं से कार्यस्थल पर भी जरूरी है सम्मान एवं सुरक्षा युक्त व्यवहार
कार्यस्थल पर यौन शौषण (निवारण, निषेध ,प्रतितोष) अधिनियम 2013 के लागू हुए आज दस वर्ष से अधिक समय होने के उपरांत भी आज तक इस कानून की जानकारी सभी महिलाओं को नहीं है।इसमें बनाई गई आंतरिक परिवाद समिति, स्थानीय परिवाद समितियों तक पीड़ित महिलाओं की पहुंच नहीं है और न ही कार्यस्थल के नियोक्ता, नियोजक […]
महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों की पैरोकार महान नायिकाएं
आजादी के उपरांत 26 नवंबर 1949 के दिन देश का संविधान बन कर तैयार हुआ सभी जानते हैं कि इसे बनाने में पूरे दो साल 11 महीने और 18 दिन लगे और इसमें कुल 299 लोगों का योगदान रहा है।इस महान ग्रन्थ में जो हमारे देश के हर व्यक्ति को सम्मान से जीने का अधिकार […]
प्रेम सिर्फ अहसास
मेरे लिए तुमसे प्रेमना तुम्हे पानान ही तुम्हारा होना थासिर्फ तुम्हे चाहना और बस चाहते जाना था मेरे लिए प्रेमन तुमसे मिलनान मिलने की उम्मीदसिर्फ तुम्हारा आस पास होना ही काफी था न तुमसे कुछ कहना,न ही तुम से कुछ सुनना थादिलों में एक प्रेम का अहसासभर होना ही काफी था तुम्हारा इंतजार करनातुम्हारे आने […]
बालिकाओं को यौन अपराधों से बचाने हेतु आवश्यक है मुकदमों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
आज यौन अपराधों की बढ़ती संख्या जहां पुलिस प्रशासन पर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है वहीं परिवार, समाज और देश के लिए एक गंभीर समस्या भी है । महिलाओं और बालिकाओं से होने वाले यौन अपराधों में डाटा बताते हैं कि 80 से 90% अपराध घर, परिवार, रिश्तेदार या बहुत ही नजदीकी व्यक्ति द्वारा ही किए […]
बचपन की दीवाली एक भूली बिसरी सी याद
पुरानी खूबसूरत यादें कुछ यूं है कि दिवाली के एक माह पूर्व से पहले ही दीवाली के आने की खुशियां शुरु हो जाया करती थी क्यों की एक तो दीवाली की लंबी छुट्टियां ,फिर त्यौहार के विभिन्न रंगों की कल्पनाएं और उसके सपने देखना की अब की बार दीवाली कैसे मनाएंगे ,क्या क्या करेंगे ?? […]
संस्कार और आधुनिकता: महिलाओं की पहचान को नया रूप दें
अक्सर महिलाओं से बात की जाय तो इसकी शुरुआत उनकी शारीरिक समस्याओं या गंभीर बीमारियों की बातों को प्रथम पायदान पर रख कर ही समस्त बातचीत होती हैं ।प्रकृति प्रदत इस शरीर की समस्त प्रक्रियायें,बीमारियां सभी में समान रूप से ही होती हैं और बीमारियों के अलावा बहुत सी समस्याएं ऐसी होती है जो वास्तव […]
दुर्गा के नौ रूपों को पूजने के साथ साथ स्त्रियों को इसे अपनी जीवन शैली में उतरना ज्यादा आवश्यक है
प्रतिवर्ष दो बार नवरात्रि के नौ दिवसीय महोत्सव के आयोजन को देश में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है स्त्री पुरुष सभी इसे बड़े मनो योग से मनाते हैं।देवी के नौ रूपों की नौ दिवस तक आराधना का यह विशेषपर्व सदियों से अनवरत मनाया जा रहा है लेकिन उसे जीवन में वास्तविक रूप से […]