आप सुन पाते होजब आप भीतर से शांत हो ,,जब आप भीतर से शांत होतो ही सुन पाते हो संध्या शांति का नादढलते सूरज की घटती तपन कोचढ़ते चांद की बढ़ती चमक कोशीतल बयार सी लहराती सनन सनन कोहरे पत्तों की संध्या कालीन सरसराहट को आप सुन पाते होआकाश में उड़ते पक्षियों की गुन गुनाहटगोधूली […]