कुछ नादान सी ख्वाहिशें कुछ बेमानी सी उम्मीदें जब लफ्जों से न बोल सके तो आंसू बन कर बह निकले ,,, कुछ अधूरी सी आशाएं कुछ आधे अधूरे से ख्वाब जब कभी पूरे होने को मचल उठे तो फिर मासूम से बनकर छलकते ही गए,,,, कुछ दिल की अनकही बातें प्यार से खिले खिले जज्बात […]