अक्सर रोने की सामान्य प्रक्रिया को लोगों ने स्त्रीत्व की निशानी बना दिया है और अक्सर एक डायलॉग हमें सुनाई देता है क्या औरतों की तरह रोता है पुरुष व्यक्तित्व के साथ यहीं से खिलवाड़ शुरू हो जाता जब बचपन में उससे रोने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार छीन लिया जाता है […]
राजस्थान में दलितों में आज भी जिंदा है शर्मनाक डायन प्रथा
राजस्थान में नवंबर माह में बूंदी जिले में एक 50 वर्षीय महिला की पेट दर्द की बीमारी का इलाज झाड़ फूंक जादू टोना करने वाले ढोंगी व्यक्ति से करवाने और फिर इलाज के नाम पर महिला के मुंह पर कालिख लगा कर, पेड़ से बांधना और उसे डायन बता कर बेरहमी से पीटने और दागने […]