शाम से आंख में कुछ नमी सी है आज फिर आपकी कुछ कमी सी है “”श्यामा फिर आज इस गजल को सुन रही है और खिड़की से आते जाते लोगों को देख रही है शायद देखना तो कुछ और चाहती है उसकी आंखे पर इनकी तलाश आज भी खत्म नहीं हो रही है । जिस […]
“”कुम्हार की प्रेमिका मटकी,,,
हृदय को स्पंदित करती एक प्रेम कहानी,,,, लेखिका सीमा हिंगोनिया,,, एक समय की बात है एक कुम्हार था वो रोज घड़े बना बना कर बेचता था और अपने परिवार का खर्च चलाता था कभी कभी वह मिट्टी से अपने लिए भी सुंदर सुंदर घड़े , छोटी छोटी सी मटकियां और कई कला कृतियां बनाता था […]